बाएं से - प्रो. एम. वेंकटेश्वर, प्रो. ऋषभ देव शर्मा, लक्ष्मी नारायण अग्रवाल, पवित्रा अग्रवाल, डॉ. गुर्रमकोंडा नीरजा और डॉ. शिवकुमार राजौरिया |
साहित्य-संस्कृति मंच ‘साहित्य मंथन’ के तत्वावधान में खैरताबाद स्थित दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा के कक्ष में प्रो. ऋषभ देव शर्मा की अध्यक्षता में ‘कथा कथन’ कार्यक्रम संपन्न हुआ. इसके अंतर्गत युवा कथाकार डॉ. शिवकुमार राजौरिया ने अपनी दो कहानियों ‘बूढ़ी हड्डियाँ’ और ‘श्यामा’ का वाचन किया. विशेषज्ञों के रूप में उपस्थित समीक्षक प्रो. एम. वेंकटेश्वर, डॉ. गुर्रमकोंडा नीरजा, कहानीकार लक्ष्मी नारायण अग्रवाल तथा पवित्रा अग्रवाल ने दोनों कहानियों के कथ्य, रूप और भाषा पर समीक्षात्मक टिप्पणियाँ करते हुए लेखक के सामाजिक सरोकार और परिवार-संस्था के प्रति चिंता की प्रशंसा की और उन्हें मार्मिक प्रसंगों के पल्लवन पर विशेष ध्यान देने का सुझाव दिया.
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