अभी उस दिन डॉ. शशिकांत मिश्र बोले - हमारे कॉलेज आएँगे?
आप बुलाएंगे तो आना पड़ेगा ही - हमने जवाब दे मारा.
तो ठीक है, कल आजाइए.
किस विषय पर बोलना होगा?
निर्गुण भक्ति ठीक है- कबीर और जायसी.
और अगले दिन हो गया व्याख्यान.
आज उन्होंने समाचार भी छाप दिया -
डॉ. मिश्र प्राध्यापक के साथ साथ पत्रकार भी हैं न.
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