आज (रविवार, 11 अगस्त 2013) सायंकाल 5 बजे से पोट्टी श्रीरामुलु तेलुगु विश्वविद्यालय (हैदराबाद) के सभागार में आयोजित कमला गोइन्का फाउन्डेशन के पुरस्कार-सम्मान समारोह में ''भाभीश्री रमादेवी गोइन्का हिंदी साहित्य सम्मान - 2013'' को स्वीकार करना इसलिए बहुत सुखद लगा कि बहुत सारे मित्र, छात्र और शुभचिंतक इस अवसर पर शुभकामना, बधाई और आशीर्वाद देने पधारे.
जो दूर चले गए हैं या दूर हैं, उनकी याद आती रही, पर आत्मीय एसएमएस और फोनकॉल आश्वस्तिकर रहे.
इस आयोजन में मेरी पाँचवीं काव्यकृति "प्रेम बना रहे" के जी. परमेश्वर जी कृत अनुवाद "प्रेमा इला सागिपोनि" का लोकार्पण भी संपन्न हुआ.
खास तौर से, आयोजक श्यामसुंदर गोइन्का जी, परिचयकर्ता कविवर लक्ष्मी नारायण अग्रवाल जी और अध्यक्षता कर रहे प्रो. एम. वेंकटेश्वर जी ने जो अच्छी-अच्छी बातें कही, वे मुझ अकिंचन की सारस्वत निधि बन गईं!
इस अहेतुक पेम के लिए आभारी हूँ!!!
-ऋषभ
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