बीडीएल, भानूर में संपन्न हिंदी कार्यशाला के दूसरे दिन (21 जून) को प्रतिभागी अधिकारियों के साथ अतिथि व्याख्याता डॉ. ऋषभ देव शर्मा |
मेदक जिले [आंध्र प्रदेश] में स्थित भारत डायनामिक्स लिमिटेड (बीडीएल), भानूर इकाई में दि.20-21 जून 2013 को राजभाषा कार्यान्वयन समिति, भानूर इकाई के तत्वावधान में दोदिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला में इकाई के अधिकारियों को राजभाषा नीति, हिंदी व्याकरण, कार्यालयी पत्रचार, टिप्पण एवं प्रारूपण तथा अनुवाद आदि विषयों का ज्ञान कराया गया।
हिंदी कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए अपर महाप्रबंधक (उ.) जय प्रकाश पूर्वे ने कार्यशाला में प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह कार्यशाला दैनिक काम-काज में हिंदी के प्रयोग में आनेवाली कठिनाइयों को हल करके प्रयोग के सरल तरीकों पर चर्चा करने और झिझक को दूर करने के लिए आयोजित की जा रही है। उन्होंने कहा कि हिंदी के प्रसार के लिए आवश्यक है कि हम सब हिंदी सीखने के बाद अपने दैनिक काम काज में इसका इस्तेमाल करना आरंभ करें और अन्य कर्मचारियों को भी प्रेरित करें।
दिनांक 20 जून, 2013 को प्रथम सत्र में बृहस्पति शर्मा ने हिंदी भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बड़े ही रोचक और सरल ढंग से कार्यालय में प्रयोग किए जाने वाले सामान्य टिप्पणियाँ और प्रारूप हिंदी में लिखने का अभ्यास कराया। द्वितीय सत्र में इकाई के अवर प्रबंधक (राजभाषा) डॉ बी बालाजी ने राजभाषा कार्यान्वयन में अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका को रेखांकित करते हुए राजभाषा हिंदी का सामान्य परिचय दिया और कार्यालय में प्रयोग किए जाने वाले कार्यालयी पत्र लिखवाए और उनका अभ्यास करवाया।
दिनांक 21 जून, 2013 को दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, हैदराबाद के प्रो. ऋषभ देव शर्मा ने प्रथम सत्र में कार्यालयीन व्याकरण सिखाया और उसका प्रतिभागियों से अभ्यास कराया। द्वितीय सत्र में संस्कृत, हिंदी, तेलुगु, उर्दू, अंग्रेजी का तुलनात्मक विश्लेषण करते हुए पारिभाषिक शब्दावली निर्माण की प्रक्रिया और इसके प्रयोग की जानकारी दी।
कार्यक्रम की सफलता में कार्मिक एवं प्रशासन विभाग के सभी कर्मचारियों का सक्रिय योगदान रहा। डॉ बी बालाजी ने कार्यक्रम का संचालन किया।
प्रस्तुति : बी बालाजी
अवर प्रबंधक (राजभाषा), भारत डायनामिक्स लिमिटेड , भानूर
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