मंगलवार, 17 सितंबर 2013

बी डी एल में हिंदी दिवस समारोह एवं पक्षोत्‍सव संपन्‍न


 हैदराबाद, 14 सितंबर.  

रक्षा मंत्रालय के उद्यम भारत डायनामिक्‍स लिमिटेड में आज हिंदी दिवस समारोह तथा हास्‍य कवि सम्‍मेलन संपन्‍न हुआ. 1 से 14 सितंबर तक मनाये गये इस हिंदी पक्षोत्‍सव का उद्घाटन निगम कार्यालय में शब्‍दावली एवं श्रुतलेख प्रतियोगिताओं से हुआ. पक्षोत्‍सव समारोह के दौरान कंचनबाग, भानूर तथा विशाखापट्टणम इकाइयों में श्रुतलेख, शब्‍दावली, प्रश्‍नमंच, कंप्‍यूटर पर हिंदी टाइपिंग तथा कंप्‍यूटर पर हिन्‍दी में तकनीकी विषय प्रस्‍तुतीकरण प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया. इन प्रतियोगिताओं के अलावा संसदीय राजभाषा समिति के सुझाव के अनुपालन में दि. 6 सितंबर को कंचनबाग स्‍थित निगम कार्यालय में विश्‍वप्रसिद्ध फिल्‍म निर्देशक पद्मभूषण श्‍याम बेनेगल की राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार से सम्‍मानित फिल्‍म ‘वेल डन अब्‍बा’ और दि. 13 सितंबर को भानूर इकाई में ‘बोस-दि फारगाटन हीरो‘ फिल्‍में मल्‍टीमीडिया व्‍यवस्‍था के ज़रिये दिखायी गईं. 

हिंदी दिवस एवं पुरस्‍कार वितरण समारोह 14 सितंबर को उद्यम के अधिशासी निदेशक (मानव संसाधन) व राजभाषा प्रभारी डॉ. एन के राजू तथा अधिशासी निदेशक (अभिकल्‍प एवं अभियांत्रिकी) श्री एल धनंजय की उपस्‍थिति में संपन्‍न हुआ. 

इस अवसर पर संबोधित करते हुए डॉ. एन के राजू ने कहा कि हिन्‍दी में कामकाज कर इसे आगे बढ़ाना हमारा दायित्‍व है और बी डी एल में इसका पालन भली-भांति किया जा रहा है. 


इसी क्रम में श्री एल धनंजय ने अपने संबोधन में कहा कि यह समारोह पूरे भारतीय भाषाओं का समारोह है. हिन्‍दी में काम करने से सभी भाषाओं का मान बढ़ता है अत: हिन्‍दी का प्रयोग संवैधानिक दायित्‍व से अधिक पूरे सहज भाव और मन से करना चाहिए. 

कार्यक्रम में मुख्‍य अतिथि के रूप में उपस्‍थित दक्षिण भारत हिन्‍दी प्रचार सभा के पी जी संस्थान  के प्रधान प्रो. ऋषभदेव शर्मा ने कहा कि हिन्‍दी बहुत ही सक्षम और समृद्ध भाषा है जिसमें ज्ञान, मनोरंजन, तकनीकी व प्रशासनिक क्षेत्रों का काम सरलता से किया जा सकता है. उन्‍होंने कहा कि हिन्‍दी में व्‍यवसाय और कंप्‍यूटर पर कामकाज की दक्षता बखूबी सिद्ध हो चुकी है. अमरीका, यूरोप, रूस, जर्मनी और अन्‍य देशों में कंप्‍यूटर व मशीनी रूप में हिन्‍दी का प्रयोग ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्रों में और आगे बढ़ाने पर हो रहे शोध कार्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि हिन्‍दी की गति अब अवरूद्ध नहीं की जा सकती. राजभाषा के प्रयोग के रूप में हिन्‍दीतर क्षेत्रों में हो रहे निरंतर विकास पर खुशी ज़ाहिर  करते हुए उन्‍होंने बताया कि कार्यालय प्रधान दैनिक कामकाज में निरंतर हिन्‍दी लेखन का प्रयास संकल्‍प और दृढ़ता से करते रहें तो सरकारी कार्यालयों में भी हिन्‍दी की स्‍थिति में तेजी से सुधार आयेगा.

कार्यक्रम के आरंभ में भारत सरकार के गृह-मंत्री एवं रक्षा मंत्री का संदेश तथा सितंबर माह के दौरान कंचनबाग तथा भानूर इकाइयों में आयोजित कार्यक्रमों की रिपोर्ट श्री होमनिधि शर्मा, वरिष्‍ठ प्रबंधक (का. एवं प्रशा. – रा.भा.) ने प्रस्‍तुत की. इसके बाद हिंदी पक्षोत्‍सव के दौरान आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेताओं तथा कार्यालय के दैनिक कामकाज में हिंदी का प्रयोग कर इसके प्रचार-प्रसार में योगदान देने वाले कर्मचारियों को नकद पुरस्‍कारों से सम्‍मानित किया गया. 
कार्यक्रम के अगले चरण में प्रो. ऋषभदेव शर्मा की अध्‍यक्षता में हास्‍य कवि-सम्‍मेलन संपन्‍न हुआ जिसमें सुप्रसिद्ध कवि श्री नरेंद्र रॉय, श्री वेणुगोपाल भट्टड, श्री वहीद पाशा क़ादरी एवं श्रीमती ज्‍योति नारायण ने अपनी नवीन, सामयिक और प्रतिनिधि रचनाओं का पाठ किया. इस अवसर पर राजभाषा विभाग के प्रतिनिधि के रूप में श्री श्रीरामसिंह शेखावत भी उपस्‍थित रहे. कार्यक्रम के सफल आयोजन में बी डी एल हिंदी विभाग के सभी सदस्‍यों का सक्रिय योगदान रहा. 

-होमनिधि शर्मा, 
वरिष्‍ठ प्रबंधक(राजभाषा) एवं 
सचिव, नगर राजभाषा कार्यान्‍वयन समिति (उपक्रम)

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