5 और 6 मार्च 2015 को अक्षरा द्वारा राजमंड्री में संपन्न ''कवींद्र रवींद्र का भारतीय भाषाओँ पर प्रभाव'' विषयक द्विदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका को लोकार्पित करते हुए पद्मश्री डॉ. यार्लगड्डा लक्ष्मी प्रसाद. साथ में - डॉ. एस.वी.एस. एस. नारायण राजू, डॉ. कामेश्वर राव, डॉ. आर.एस. सर्राजू, डॉ. पेरिसेट्टि श्रीनिवास राव, डॉ. एंडलूरि सुधाकर , डॉ. ऋषभदेव शर्मा एवं अन्य. |
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