अभिनव विमर्श
(शोधपत्र संग्रह)
आईएसबीएन : 978-93-84068-50-9.
संपादक :
डॉ. गुर्रमकोंडा नीरजा
प्रायोजना निदेशक :
डॉ. ऋषभदेव शर्मा
प्रकाशक :
परिलेख प्रकाशन, नजीबाबाद – 246763.
वितरक :
श्रीसाहिती प्रकाशन, हैदराबाद – 500048.
नियमावली
- ‘अभिनव
विमर्श’ एक अव्यावसायिक और परस्पर
सहयोग पर आधारित प्रायोजना है.
- ‘अभिनव
विमर्श’ का प्रकाशन हिंदी भाषा और साहित्य के क्षेत्र में अभिनव अनुसंधान को प्रोत्साहित
करने के उद्देश्य से किया जा रहा है.
- इसमें
प्रतिष्ठित विद्वानों, प्राध्यापकों और आचार्यों के साथ-साथ हिंदी भाषा और
साहित्य के क्षेत्र में अनुसंधानरत एम.फिल. और पीएच.डी. के शोधार्थी शामिल हो
सकते हैं.
- इस
प्रायोजना के अंतर्गत हिंदी भाषा और साहित्य के विविध क्षेत्रों से संबंधित
शोधपत्र प्रकाशित किए जाएँगे.
- विद्वान/
शोधार्थी अपने शोधपत्र संपादक को
ईमेल द्वारा प्रेषित कर सकते हैं.
- संपादक का ईमेल पता है : srisahitiprakashan@yahoo.com
- शोधपत्र के
साथ लेखक द्वारा मौलिकता का प्रमाणपत्र देना अनिवार्य है.
- शोधपत्र
अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होने चाहिए तथा संदर्भ/ उद्धरण/ ग्रंथ सूची
के लिए ‘APA स्टाइल’ का पालन अनिवार्य है.
- प्रकाशनार्थ
प्रेषित शोधपत्र अनिवार्यतः कृतिदेव 010 अथवा
हिंदी यूनिकोड फॉण्ट में वर्ड
फ़ाइल में ही टंकित होने चाहिए. अन्य किसी फॉण्ट या फोर्मेट में भेजे गए
शोधपत्र विचारार्थ स्वीकार नहीं किए जाएँगे. पीडीएफ और स्कैन प्रतियाँ न
भेजें.
- प्रकाशनार्थ
प्रेषित शोधपत्र लगभग 3000 शब्दों के होने चाहिए.
- बहुत छोटे
और बहुत बड़े शोधपत्र विचारार्थ स्वीकार नहीं किए जाएँगे.
- प्रकाशन के
लिए प्राप्त आलेख ‘अभिनव विमर्श’ की विशेषज्ञ समिति के समक्ष रखे जाएँगे.
समिति की स्वीकृति मिलने पर ही उन्हें प्रकाशन के लिए स्वीकार किया जाएगा.
- स्वीकार किए
गए प्रत्येक शोधपत्र के प्रकाशन हेतु लेखक को 1000
रु. सहयोग राशि अग्रिम जमा करनी
होगी.
- प्रकाशित
होने पर ‘अभिनव विमर्श’ की 1000 रु. मूल्य की प्रतियाँ प्रत्येक सहयोगी लेखक
को सादर भेंट की जाएँगी.
- शोधपत्र
भेजने की अंतिम तिथि : 31 मार्च, 2017.
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