14 दिसंबर 2015 को बीडीएल, भानूर में आयोजित राजभाषा कार्यशाला के अवसर पर विशेष वक्ता प्रो. ऋषभदेव शर्मा, संयोजक डॉ. बी. बालाजी एवं प्रतिभागीगण ********* |
भानूर (मेदक), 14 दिसंबर 2015 (मीडिया विज्ञप्ति).
आज यहाँ भारत डायनामिक्स लिमिटेड के परिसर में स्थित तकनीकी सूचना केंद्र में दो-दिवसीय राजभाषा कार्यशाला आरंभ की गई. प्रथम सत्र में प्रतिभागियों को राजभाषा संबंधी संवैधानिक प्रावधानों की जानकारी देते हुए कार्यालयीन पत्राचार से अवगत कराया गया.
द्वितीय सत्र में अतिथि व्याख्याता के रूप में पधारे प्रो.ऋषभदेव शर्मा ने ‘कार्यालयीन व्याकरण’ पर पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विशेष व्याख्यान दिया. प्रो.शर्मा ने यह स्पष्ट किया कि कार्यालयीन भाषा में निर्वैयक्तिकता, पारिभाषिकता, तथ्यात्मकता और अभिधात्मक पारदर्शिता के गुण होना आवश्यक है. उन्होंने प्रारूपण एवं टिप्पण हेतु आमतौर पर प्रयुक्त हिंदी के वाक्य सांचों का अभ्यास भी कराया जिसमें प्रतिभागियों ने विशेष रुचि प्रदर्शित की.
आरंभ में अवर प्रबंधक डॉ.बी.बालाजी ने अतिथि वक्ता का परिचय दिया. प्रतिभागियों की ओर से धन्यवाद प्रस्ताव के साथ प्रथम दिन की कार्यशाला संपन्न हुई.
प्रस्तुति : डॉ. बी.
बालाजी
अवर प्रबंधक (रा.भा.
एवं सा.प्रशा.)
बीडीएल, भानूर
मोबाइल: 8500920391
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