हैदराबाद, 9 दिसंबर 2015.
यहाँ राजेंद्र नगर स्थित 'राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंध संस्थान' [मैनेज] के तत्वावधान में 9 दिसंबर को "हिंदी में तकनीकी साहित्य का सृजन और उसका विस्तृत संचार : कृषि साहित्य के विशेष संदर्भ में" विषय पर एकदिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की गई. इस अवसर पर प्रतिभागियों को 'प्रयोजनमूलक हिंदी और अनुवाद : पारिभाषिक शब्दावली' पर प्रो. ऋषभदेव शर्मा ने संबोधित किया. उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों और राजभाषा कर्मियों से अनुरोध किया कि अधिकाधिक अद्यतन जानकारी की हिंदी और भारतीय भाषाओँ में सरल-सहज शब्दों में मुद्रित माध्यम और इंटरनेट पर उपलब्धता सुनिश्चित करें ताकि साधारण किसानों तक उसकी पहुँच हो सके.
इस कार्यशाला में कृषि साहित्य के अनुवाद, कृषि क्षेत्र में सरकारी योजनाओं, हिंदी में कृषि विषयक ज्ञान की उपलब्धता, सूचना एवं संपर्क तकनीक, किसान पोर्टल और विकास पीडिया पर अत्यंत उपयोगी विचार एवं कार्य सत्र संपन्न हुए. कार्यशाला डॉ. वी. पी. शर्मा के निर्देशन में डॉ. के श्रीवल्ली द्वारा संयोजित की गई.
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