हैदराबाद, 12 दिसंबर, 2015.
हैदराबाद की प्रमुख हिंदी कथाकार पवित्रा अग्रवाल की पाँचवीं कथा-पुस्तक "आँगन से राजपथ" ऑथर्स गिल्ड ऑफ़ इण्डिया के महासचिव डॉ. शिव शंकर अवस्थी द्वारा लोकार्पित की गई। पुस्तक में संकलित 80 लघुकथाओं में से लेखिका ने अपनी प्रिय 4 लघुकथाओं का पाठ भी किया। प्रो. ऋषभदेव शर्मा ने लेखिका के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा करते हुए लोकार्पित पुस्तक की विस्तृत समीक्षा की।
इस अवसर पर लिए गए चित्र में (बाएं से)
समारोह संचालक मीना मुथा, अध्यक्ष नरेंद्र परिहार, लोकार्पणकर्ता शिव शंकर अवस्थी,
लेखिका पवित्रा अग्रवाल, विशेष अतिथि लक्ष्मी नारायण अग्रवाल, मुख्य अतिथि मुनींद्र ,
मुख्य वक्ता ऋषभदेव शर्मा, संयोजक अहिल्या मिश्र,
विशेष अतिथि सी. जे. प्रसन्ना एवं मानवेंद्र मिश्र।
लोकार्पित कृति 'आँगन से राजपथ' की समीक्षा करते हुए प्रो. ऋषभदेव शर्मा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें