चेन्नई, 10 जनवरी 2014
आज से यहाँ त्रिदिवसीय अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक सम्मलेन आरंभ हो रहा है. तमिलनाडु हिंदी साहित्य अकादमी के भावभरे आमंत्रण पर देश विदेश के प्रतिनिधि यहाँ आ रहे हैं. मैं भी आज सुबह हैदराबाद से यहाँ पहुँची हूँ. सवेरे 6.30 बजे होटल विजय पार्क पहुँची तो देखा कि आगंतुकों का तांता लगा हुआ है. आगंतुकों को रिसीव करने और ठहराने की बहुत सुंदर व्यवस्था ने यात्रा की थकान मिटा दी. धन्यवाद डॉ. मधु धवन जी.
नाश्ता भरपेट किया और फिर जी भर सोई. अभी लंच के लिए जाना है. 3.00 बजे से उद्घाटन सत्र है.
उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि पुदुच्चेरी के महामहिम लेफ्टिनेंट गवर्नर श्री वीरेंद्र कटारिया होंगे. विशिष्ट अतिथियों में डॉ. हबीबुलो रजबोव (तजिक अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय, तजाकिस्तान), डॉ. केशरीलाल वर्मा (निदेशक, केंद्रीय हिंदी निदेशालय, नई दिल्ली), डॉ. विभूति नारायण राय (कुलपति, महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, वर्धा), प्रो. मोहनजी (निदेशक, केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा) और श्री प्यारेलाल पीतलिया (पूर्व सदस्य, तमिलनाडु अल्पसंख्यक आयोग) शामिल हैं.
विभिन्न सत्रों की अध्यक्षता डॉ. त्रिभुवननाथ शुक्ल, डॉ. चितरंजन मिश्र, डॉ. तोमुकोकी किकुची, डॉ. गंगा प्रसाद विमल, डॉ. हबिबुलो रजबोव् और डॉ. दिलीप सिंह एवं डॉ. रत्नाकर पांडेय करने वाले हैं.
अकादमी का सहयोग स्टेल्ला मेरिस कॉलेज, केंद्रीय हिंदी निदेशालय, केंद्रीय हिंदी संस्थान और तमिलनाडु बहुभाषी लेखिका धर्मार्थ संघ भी कर रहे हैं.
- डॉ. गुर्रमकोंडा नीरजा
10. 1. 2014; 1.25 PM
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