शनिवार, 26 अक्तूबर 2013

दीपावली मिलन-सम्मान गोष्ठी संपन्न


हैदराबाद, 20 अक्टूबर, 2013.
ऑथर्स गिल्ड ऑफ इण्डिया, साहित्य गरिमा पुरस्कार समिति एवं कादम्बिनी क्लब  के तत्वावधान में रविवार दि.20 अक्तूबर को कृष्णदेवराय आंध्रभाषा निलयम भवन में क्लब की 254 वीं मासिक गोष्ठी में दीपावली मिलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया |  डॉ.देवेन्द्र शर्मा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की तथा  रामाश्रय गोयल (उ.प्र.), सुरेखा शर्मा (हरियाणा), विजय कुमार संपत्ति, डॉ.गोरखनाथ तिवारी, डॉ.जी.नीरजा, शिवराज सोनी, डॉ.अहिल्या मिश्र मंचासीन हुए |

 प्रथम सत्र में  शुभ्रा महंतो ने सरस्वती वंदना एवं दीपावली गीत प्रस्तुत किया | डॉ.अहिल्या मिश्र ने स्वागत भाषण में क्लब की 20 वर्षों की यात्रा को संक्षेप में बताया, साथ ही मंचासीन अतिथियों से परिचित कराया | उपस्थित सभा को दीपावली की शुभकामनाएं दी | डॉ.रमा द्विवेदी ने विजयकुमार का परिचय दिया | तत्पश्चात क्लब की ओर से मंचासीन अतिथियों का अंगवस्त्र, माला, पुष्प से सम्मान किया गया | पुष्पक (क्लब प्रकाशन) भेंट की गई | इसी सत्र में रामाश्रय कृत “संचिता” काव्य संग्रह एवं सुरेखा शर्मा कृत “आओ पढ़े मनन करें” बाल एकांकी संग्रह का डॉ.देवेन्द्र शर्मा के करकमलों से तालियों की गूँज में लोकार्पण संपन्न हुआ | रामाश्रय ने क्लब की गतिविधि जानकर प्रसन्नता व्यक्त की | सुरेखा जी ने भी हैदराबाद में चल रहे इस साहित्यिक कार्य  की प्रशंसा की | विजयकुमार ने कहा कि हिंदी भाषा की सेवा में हमें जुड़े रहना है | 

डॉ.गोरखनाथ तिवारी ने पत्रकारिता पुरस्कार से हाल ही में सम्मानित होने पर अपने विचार रखे | डॉ.जी. नीरजा ने कहा कि मुझे सफलता की सीढ़ी तक पहुंचाने में मेरे गुरु की प्रेरणा रही है | डॉ.देवेन्द्र ने अध्यक्षीय बात में कहा कि शहर में पधारे अतिथियों से परिचय हुआ तथा उनके साहित्य का विमोचन कादम्बिनी क्लब के मंच से हुआ है यह मंच की उपलब्धि है | इस सत्र का संचालन मीना मूथा ने किया |

दूसरे सत्र में भंवरलाल उपाध्याय के संचालन में कविगोष्ठी का आयोजन हुआ | वेणुगोपाल भट्टड़, श्रीनिवास सावरीकर के सानिध्य में दीप पर्व को केन्द्रित करते हुए कविता, गीत, गजल, मुक्तक, हायकू सुनाए गए | इसमें भावना पुरोहित, संपत देवी मुरारका, एल.रंजना, लीला बजाज, सत्यनारायण काकडा, गौतम दीवाना, विजय विशाल, सीताराम माने, पुष्पा वर्मा, डॉ.रमा द्विवेदी, ज्योति नारायण, डॉ.अहिल्या मिश्र, मीना मूथा, आशीष नैथानी सलिल, एफ.एम,सलीम, गुरुदयाल अग्रवाल, सूरजप्रसाद सोनी, उमा सोनी, सरिता सुराणा जैन, पुरुषोतम कडेल, सुनीता गुप्ता, रतनलाल दरक, एस. सुजाता, जुगल बंग जुगल, प्रमोद कुमार पयासी, अजीत गुप्ता, शिवकुमार कोहिर तिवारी, डॉ.जी. नीरजा, विनीता शर्मा, रामाश्रय गोयल, सुरेखा शर्मा, विजयकुमार सम्पति, श्रीनिवास सावरीकर, वेणुगोपाल भट्टड़ ने भाग लिया | डॉ.सीता मिश्र, डॉ.मदन देवी पुकरणा, चंद्रलेखा कोठारी, श्रीनिवास सोमानी, वी.कृष्णराव भी अवसर पर उपस्थित थे |

 ज्योति नारायण के धन्यवाद के साथ गोष्ठी का समापन हुआ
[रिपोर्ट : संपत देवी मुरारका]

सोमवार, 7 अक्तूबर 2013

डॉ। गोरख नाथ तिवारी सम्मानित




शनिवार, 5 अक्तूबर 2013

‘प्रेम बना रहे’ का तेलुगु अनुवाद ‘प्रिये चारुशीले’ लोकार्पित


‘प्रेम बना रहे’ के तेलुगु अनुवाद ‘प्रिये चारुशीले’ के लोकार्पण के अवसर पर (बाएँ से) डॉ.नंडूरि राजगोपाल, अनुवादक डॉ.बी.हेमलता, लोकार्पणकर्ता डॉ.राधेश्याम शुकल, अध्यक्ष डॉ.एम.वेंकटेश्वर, मूल रचनाकार डॉ.ऋषभदेव शर्मा, विशेष अतिथिगण डॉ.वेन्ना वल्लभराव एव. डी.देवानंद रेड्डी. 

विजयवाडा, 5 अक्टूबर, 2013. 
यहाँ होटल ऐलापुरम के सम्मलेन कक्ष में आयोजित एक साहित्यिक समारोह में डॉ.बी.हेमलता द्वारा अनुसृजित काव्यकृति ‘प्रिये चारुशीले’ का लोकार्पण ‘भास्वर भारत’ के संपादक डॉ.राधेश्याम शुक्ल के हाथों संपन्न हुआ. समारोह की अध्यक्षता अंग्रेजी एवं विदेशी भाषा विश्वविद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ.एम.वेंकटेश्वर ने की. 

पुस्तक का परिचय देते हुए ‘चिनुकु’ पत्रिका के संपादक नंडूरी राजगोपाल ने बताया कि ‘प्रिये चारुशीले’ हिंदी कवि ऋषभदेव शर्मा की चर्चित काव्यकृति ‘प्रेम बना रहे’ का तेलुगु काव्यानुवाद है. उन्होंने कहा कि इस काव्य में प्रेम के अनेक धरातल और आयाम उद्घाटित हुए हैं जो सौंदर्य और औदात्य की गरिमा के कारण विशेष रूप से आकर्षित करते हैं. 

लायोला कॉलेज के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ.वेन्ना वल्लभराव ने मूल रचना और अनुवाद की तुलना करते हुए कहा कि सांस्कृतिक और मिथकीय प्रसंगों से युक्त होने का कारण ऋषभदेव शर्मा की कविता का अनुवाद करना अत्यंत चुनौतीपूर्ण है परंतु अनुवादिका डॉ.बी.हेमलता ने अत्यंत सावधानीपूर्वक इन कविताओं का तेलुगु में सफल संप्रेषणीय अनुवाद किया है. 

इस अवसर पर डॉ.ऋषभदेव शर्मा ने ‘प्रेम बना रहे’ की पांच प्रतिनिधि कविताओं का वाचन किया तथा भागवतुल हेमलता ने उनका अनुवाद पढ़कर सुनाया जिसे उपस्थित साहित्यिक समुदाय ने खूब सराहा. विशेष अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी डी.देवानंद रेड्डी ने कहा कि मनुष्य और मनुष्य को निकट लाने के लिए कविता की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है तथा बहुभाषी समाज में अनुवाद इसी मानवीयकार्य को संपन्न करता है अतः डॉ.हेमलता का अनुवादकार्य अभिनंदनीय है. 

आरंभ में अध्यक्ष और अतिथियों ने सरस्वती पूजन और द्वीप प्रज्वलन किया. अतिथियों का स्वागत सत्कार डॉ.गुर्रमकोंडा नीरजा, सीता, पद्मा, मूर्ति, प्रसाद ने किया. साथ ही कवि और अनुवादक का सारस्वत सम्मान भी किया गया. 

बुधवार, 2 अक्तूबर 2013

डॉ.अजीत गुप्ता के सम्मान में काव्य-संध्या आयोजित


इण्डिया काइन्डनेस मूवमेंट हैदराबाद एवं कादम्बिनी क्लब हैदराबाद के संयुक्त तत्वावधान में रविवार दि. 29 सितंबर 2013 को श्रीकृष्ण मुरारका पैलेस में सम्मान एवं काव्य-संध्या का आयोजन संपन्न हुआ | यह काव्य-संध्या डॉ.अजीत गुप्ता (भारत विकास परिषद्, राष्ट्रीय चैयरमेन: महिला सहभागिता) के सम्मान में रखी गई |

इस अवसर पर डॉ.ऋषभदेव शर्मा (अध्यक्ष, उच्च शिक्षा और शोध संस्थान, द. भा. हि. प्रचार सभा, खैरताबाद) अध्यक्ष, डॉ.अजीत गुप्ता (मुख्य अतिथि), प्रो.शुभदा वांजपे (उस्मानिया विश्वविद्यालय, हिन्दी विभागाध्यक्ष) विशेष अतिथि, डॉ.अहिल्या मिश्र (क्लब संयोजिका), संपत देवी मुरारका (अध्यक्षा,इण्डिया काईन्डनेस मूवमेंट, हैदराबाद), रत्नमाला साबू (अध्यक्षा, है. सि. मारवाड़ी महिला संगठन) मंचासीन हुए | 

तनुजा व्यास ने उपस्थित सभा का स्वागत किया | संपत देवी मुरारका ने सुमधुर स्वर में सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की | डॉ.ऋषभदेव शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित सम्मान एवं काव्य-संध्या में संपत देवी मुरारका ने मुख्य अतिथि डॉ.अजीत गुप्ता का परिचय देते हुए कहा कि डॉ. गुप्ता जी से साहित्यिक कार्यक्रम में भोपाल में भेंट हुई थी तथा महिला साहित्यकार के नाते लेखन क्षेत्र में उनके योगदान की प्रशंसा की | 

डॉ.अजीत गुप्ता अखिल भारतीय महिला समन्वय की बैठक में हैदराबाद पधारी है | डॉ. अजीत गुप्ता ने कहा कि हैदराबाद में साहित्यिक माहौल है, वे गद्गद हुई और अपनी एक कविता सुनाई जिससे सभी श्रोता मंत्र-मुग्ध हुये |

 प्रो.शुभदा वांजपे ने कहा कि कार्यक्रम का आयोजन बहुत अच्छा रहा | आपने मेरा सम्मान किया उसके प्रति धन्यवाद | 

डॉ.ऋषभदेव शर्मा ने अपनी बात रखते हुए कहा कि डॉ.अजीत गुप्ता जी से साहित्यिक कार्यक्रम में वर्धा में भेंट हुई थी, यहाँ पुन: भेंट का संजोग बन आया  | इससे उपस्थित सभी साहित्यिक वर्ग ने यह विचार व्यक्त किया कि इस तरह के स्नेह मिलन से आपस में आत्मीयता बढ़ेगी |

तत्पश्चात संयुक्त तत्वावधान में मंचासीन अतिथियों का शॉल, पुष्पगुच्छ से सम्मान किया गया | कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुये डॉ. मिश्र ने इण्डिया काईन्डनेस मूवमेंट एवं कादम्बिनी क्लब कि जानकारी दी एवं संपत देवी मुरारका को ब्लॉगर उत्सव काठमांडू में “परिकल्पना साहित्य सम्मान” से सम्मानित किया गया, उसकी विस्तार पूर्वक जानकारी भी दी |

तनुजा व्यास के संचालन में विनीता शर्मा, जी.नीरजा, पवित्रा अग्रवाल, संपत देवी मुरारका, डॉ.अहिल्या मिश्र, सुषमा वैद, सरिता सुराणा जैन, हेमलता शर्मा, लता व्यास, पुष्पा वर्मा, सुरेश जैन,तनुजा व्यास, लीला बजाज, रत्नमाला साबू, डॉ.अजीत गुप्ता, प्रो.सुभदा वांजपे, प्रिया गर्ग, आनिया अग्रवाल ने गीत, कविता, गजल, मुक्तक, लघुकथा सुनाकर सभी की तालियाँ बटोरी | डॉ.ऋषभदेव शर्मा ने अध्यक्षीय काव्यपाठ किया | 

इस अवसर पर राजेश मुरारका, वी.कृष्णा राव, श्रीसाहिती, श्री विनोद कुमार अग्रवाल, सिमरन अग्रवाल, सीता अग्रवाल गीता अग्रवाल, श्रीनिवास माहेश्वरी,आशा माहेश्वरी, सरोज शर्मा, सन्नी गर्ग, भूपेंद्र मिश्र, सी.एम. दयानंद भी उपस्थित थें | प्रिया गर्ग के धन्यवाद के साथ गोष्ठी का समापन हुआ |



- संपत देवी मुरारका, अध्यक्षा, इण्डिया काईन्डनेस मूवमेंट,हैदराबाद