गुरुवार, 20 दिसंबर 2012

तेलुगु कवि के शिवा रेड्डी की रचनावली लोकार्पित

हैदराबाद, 16 दिसंबर 2012.
यहाँ बंजारा हिल्स स्थित  लामकान में प्रसिद्ध तेलुगु कवि  के. शिवा रेड्डी के 14 काव्य संग्रहों पर आधारित  तीन खंडों में प्रकाशित उनकी  लगभग पचास सालों में लिखित कृतियों [रचनावली]  का लोकार्पण कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में तेलुगु, अंग्रेज़ी और हिंदी भाषाओं में कवि की कृतियों का परिचय, कविताओं का मूल तेलुगु पाठ तथा अन्य दो भाषाओं में उनके अनुवाद पढ़े गए। तीन घंटे तक चले इस  कार्यक्रम में हैदराबाद के जाने माने कवि, लेखक और अनुवादक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के आख़िरी  भाग के रूप में कवि  शिवा रेड्डी ने अपनी चालीस चुनी हुई कविताओं का पाठ किया।

कार्यक्रम के आयोजक थे  सुमनास्पति रेड्डी और साहिती मित्र मंडली

[प्रस्तुति- आर.शांता सुंदरी, 506,WEST END APTS ,  MASEED BANDA,  KONDAPUR, HYDERABAD - 500084 / मोबाइल -. 2301 0258]

बुधवार, 19 दिसंबर 2012

पुष्पक-21 लोकार्पित

कादंबिनी क्लब की महीने  के तीसरे रविवार की नियमित गोष्ठी में इस बार डॉ. अहिल्या मिश्र ने अपनी अनियतकालीन साहित्यिक पत्रिका 'पुष्पक' के 21 वें अंक का लोकार्पण भी कराया. 
यह शुभ सारस्वत कृत्य अपुन की अध्यक्षता में संपन्न हुआ. 
मुख्य अतिथि थीं अपोलो की महिलारोगविशेषज्ञ डॉ. रूमा सिन्हा.

11 बजे घर से निकला था, लौटते लौटते 5  बज गए. पर 
 लंबे अरसे बाद हैदराबाद के वरिष्ठतम गीतकार जनकवि दुली चंद शशि से मिलकर बहुत अच्छा लगा.
 उन्होंने कवि गोष्ठी वाले सत्र की अध्यक्षता की. 

आरंभ में डॉ. अर्चना झा ने 5 कविताएँ पढीं जिन पर अच्छी खासी सृजनात्मक बहस हुई. 


बुधवार, 5 दिसंबर 2012

कबीर और जायसी पर व्याख्यान संपन्न


अभी उस दिन डॉ. शशिकांत मिश्र बोले - हमारे कॉलेज आएँगे?
आप बुलाएंगे तो आना पड़ेगा ही - हमने जवाब दे मारा.
तो ठीक है, कल आजाइए.
किस विषय पर बोलना होगा?
निर्गुण भक्ति ठीक है- कबीर और जायसी.

और अगले दिन हो गया व्याख्यान.
आज उन्होंने समाचार भी  छाप दिया
डॉ. मिश्र प्राध्यापक के साथ साथ पत्रकार भी हैं .