शुक्रवार, 22 मई 2015

अंडमान निकोबार की लेखिका डॉ. एन. लक्ष्मी के ग्रंथ का लोकार्पण 25 को

हैदराबाद, 22 मई (मीडिया विज्ञप्ति).

‘साहित्य मंथन’ के तत्वावधान में पोर्ट ब्लेयर (अंडमान निकोबार द्वीप समूह) से पधारी युवा लेखिका डॉ. एन. लक्ष्मी के ग्रंथ ‘कथाभाषा और काव्यभाषा का समाजभाषिक संदर्भ’ का लोकार्पण दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा के खैरताबाद स्थित सभाकक्ष में आगामी सोमवार दिनांक 25 मई को सायं 4.30 बजे प्रो. ऋषभदेव शर्मा के हाथों संपन्न होगा. लोकार्पण समारोह की अध्यक्षता अंग्रेजी और विदेशी भाषा विश्वविद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. एम. वेंकटेश्वर करेंगे. कादंबिनी क्लब की अध्यक्ष डॉ. अहिल्या मिश्र तथा दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, आंध्र के सचिव सी. एस. होसगौडर के सान्निध्य में संपन्न होने वाले इस कार्यक्रम में ‘मनमीत’ के संपादक अमन कुमार त्यागी, शार्प रिपोर्टर के संपादक अरविंद कुमार सिंह, डॉ. अर्पणा दीप्ति, डॉ. शिवकुमार राजौरिया और के. नागेश्वर राव विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे. 

‘साहित्य मंथन’ की संयोजक डॉ. गुर्रमकोंडा नीरजा ने बताया कि ‘कथाभाषा और काव्यभाषा का समाजभाषिक संदर्भ’ शीर्षक पुस्तक में डॉ. एन. लक्ष्मी ने समाजभाषाविज्ञान और शैलीविज्ञान के सिद्धांतों का समन्वय करते हुए प्रेमचंद से लेकर संजीव तक के उपन्यासों व कहानियों तथा मैथिलीशरण गुप्त से लेकर जितेंद्र श्रीवास्तव तक की कविताओं की भाषाशैली के सामाजिक संदर्भ का पहली बार गहन विश्लेषण किया है. उल्लेखनीय है कि यह पुस्तक प्रसिद्ध समाज शैलीवैज्ञानिक प्रो. दिलीप सिंह को समर्पित है. संयोजक डॉ. जी. नीरजा ने सभी साहित्य प्रेमियों और शोधार्थियों से कार्यक्रम में उपस्थित होने का अनुरोध किया है. 

डॉ. गुर्रमकोंडा नीरजा
संयोजक ‘साहित्य मंथन’