सोमवार, 30 दिसंबर 2013

ग़ालिब ने दिल की भाषा में दिमाग को अभिव्यक्त किया - ऋषभ देव शर्मा


13 दिसंबर 2013 को नॅशनल बुक ट्रस्ट के हैदराबाद पुस्तक मेले के मंच पर मुझे डॉ. करन सिंह ऊटवाल की 2 पुस्तकों - 'ग़ालिब और विज्ञान' तथा 'रीतिकालीन साहित्य पर संस्कृत साहित्य का प्रभाव' - का लोकार्पण करने का सुयोग प्राप्त हुआ. डॉ. ऊटवाल की आत्मीयता से अभिभूत हूँ.


चित्र विलंब से आज मिले है. स्लाइड शो साझा कर रहा हूँ.....




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